-->
धीमे बच्चे और तेज बच्चे

धीमे बच्चे और तेज बच्चे

बच्चे तितली के जैसे होते हैं। उनमें से कुछ ज्यादा ऊपर तक उड़ सकते हैं और कुछ कम। पर सभी अपनी क्षमता भर ऊपर उड़ते हैं।
फिर हम क्यों उनमें तुलना करते हैं?
जबकि सभी बच्चे विशेष होते हैं! सभी बच्चे अलग होते है! सभी बच्चे सुन्दर होते हैं!
हमें किसी भी बच्चे को हतोत्साहित नहीं करना है क्योंकि हर बच्चा सीख रहा होता है। भले ही उसकी सीखने की गति कितनी भी कम क्यों न हो। 
सभी बच्चे प्रतिभाशाली होते हैं। सभी बच्चे Gifted होते हैं। बस उनमें छिपी प्रतिभाओं के बाहर आने का समय अलग-अलग होता है। वो खुद से आगे न आएं तो भी उन्हें गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित अवश्य करें। उन्हें यथासंभव अपनी बात कहने का अवसर दें। कठोरता से बचें और उनकी बातों को स्वीकार करें उनके सुझावों के प्रति संवेदनशील रहें। उनकी विफलता को स्वीकार करने में संकोच न करें। एक दिन वो उठ खड़ें होंगे और इतना आगे जाएंगे कि आपको उनपर गर्व होगा।
-प्रेम वर्मा #MotivateYourself#Watch Video : Prem Verma Motivate Yourself

0 Response to "धीमे बच्चे और तेज बच्चे"

Post a Comment

Iklan Atas Artikel

adz